एक बार एक शहर मे एक सुंदर सा लड़का रमन ओर एक प्यारी सी लड़की निकिता रहती थी। रमन एक बेरोजगार युवा था। वह काम की तलाश में शहर आया था। उसके पास रहने के लिए शहर मे कोई मकान नहीं था। तो वह एक किराए का मकान ढूंढने लगा। वह ढूंढता ढूंढता निकिता के गर पहुंच गया। वहां जब उसने दरवाजे को खटकाया तो निकिता दरवाजा खोलने आई। जब उसने दरवाजा खोला तो रमन की आंखे फटी की फटी रहे गई। वह उसकी सुंदरता को देख कर चौक गया। तब निकिता ने बोला कौन हो ओर क्या काम है। रमन ने कहा कि मुझे एक किराए पर कमरा चाहिए है। क्या आप मुझे कमरा दे सकती हो। तब निकिता बोली कि इसके बारे में मेरे पिता और मेरी मम्मी बताएगी। तब निकिता रमन को अंदर बुला लेती है और उसकी मम्मी ओर पापा से मिलाती हैं। ओर उसके लिए पानी लेने के लिए चली जाती है। तब रमन अंकल आंटी के नमस्ते करके उनसे रूम के बारे में बातचीत करता है। तभी निकिता पानी लेकर आ जाती है और रमन उसकी तरफ देखता ही रह जाता है। उसकी मम्मी को रमन का ये व्यहवार अच्छा नहीं लगा। इसलिए उसकी मम्मी उसे रूम के लिए महंगे दाम बताती है। परन्तु रमन इतना महंगा किराया देने के लिए तैयार होगया था। ओर रमन ने उसके बाद अंकल आंटी से अच्छे से बातचीत की जिससे उसके पापा को रमन अच्छे व्यवहार का लगने लगा। ओर निकिता भी बोली कि पापा हम इसे रूम दे देते है। आंटी अपनी बेटी की खुशी के लिए उसे रूम दे देते है। ओर उसके बाद रमन तीन महीने का किराया पहले ही दे देता है जिससे वे ओर भी खुश हो गए। फिर रमन अपना सामान लेके अपने कमरे पर चला जाता है। थोड़ी देर बाद वह फ्रेश होके रूम से बाहर जा रहा था तो उसकी टक्कर बीच में निकिता से होगी और निकिता को गिरने से बचाया। ओर निकिता को सॉरी बोल कर वहां से चला गया। निकिता को उसका ये व्यहवार पसंद आया। ओर निकिता के मन में भी उसके लिए फीलिंग्स आने लगी। फिर रमन शहर मे अपने रोजगार के लिए चल पड़ता है। परन्तु उसे कोई काम नहीं मिलता। उसे सुबह से श्याम हो जाती परन्तु उसे काम पर रखने के लिए कोई तैयार नहीं हुआ। ओर आखिर मैं उसे एक कंपनी दिखाई दी पर उसमें चला गया। उसी को कंपनी मै निकिता मैनेजर थी। जब वह वहां गया तो निकिता ने उसे देखा। परन्तु रमन ने नहीं देखा उसे। उसने उस कंपनी के बॉस से बात करी तो बोला कि देखेंगे कि आपको रखेंगे या नहीं। वह उदास चेहरा लेकर वापिस जाने लगा और निकिता को ये अच्छा ना लगा तो निकिता ने बॉस से बात करके उसको वहां नौकरी दिलवाई। बॉस ने उसे नौकरी के लिए हा खे दी और रमन की खुशी की ठिकाना नहीं था। अगले दिन से ही रमन नौकरी पर आने लगा और उसे ये नहीं पता था कि उसकी नौकरी निकिता ने लगवाई है। थोड़े दिन काम करने के बाद उसे पता चला कि निकिता भी यही काम करती है। उसके बाद उन दोनों के बीच बहुत अच्छी बोलचाल हो गई। आराम आराम से रमन के अच्छी काम को देख कर बॉस ने उसे प्रमोशन दिया और उसे भी निकिता के समान पद पर ला दिया। अब निकिता ओर रमन एक साथ काम करते थे। दोनों की बहुत अच्छे दिन चल रहे थे। बॉस ने उनके अच्छे काम को देख कर उनको एक कंपनी ट्रिप पर भेजा। वहां भी उनका अच्छा प्रदर्शन था। उन दानों को एक दूसरे से बहुत लगाव हो गया। ओर रमन ने एक दिन निकिता को अपने प्यार का इज़हार कर दिया। निकिता ने भी उसे अपनी दिल की बात बता दी। वे दोनों रात रात बार फोन पर बाते करने लगे। उनको एक दूसरे से बहुत प्रेम हो गया। परन्तु निकिता की मम्मी को ये सब अच्छा ना लगा और उसने निकिता के पापा को बताया ये सब। उसके पापा ने निकिता के लिए रिश्ता ढूंढना शुरू कर दिया। ओर थोड़े दिन मै उसने निकिता के लिए अच्छे गर से रिश्ता ढूंढा। ओर लड़कों वालो को भी निकिता पसंद थी। परन्तु निकिता को ये बात पता नहीं थी जब उसे ये सब पता चला तो वह बहुत दुखी हुई और घरवालों की साथ लड़ाई भी की। परन्तु उसकी एक भी न चली ओर उसकी शादी फिक्स कर दी। निकिता ने रमन को ये बात नहीं बताई ताकि वो कुछ गलत न कर बैठे। लेकिन जिस दिन शादी थी तो रमन न निकिता के पास फोन किया और पूछा ये सब क्या है। हम तो एक दूसरे से प्यार करते थे फिर तूने ओर किसी से शादी क्यों रचाई। निकिता रोते हुए बोली मैने कुछ नहीं किया ये सब मेरे पापा ने किया। ओर मेरी इसमें एक न चली। रमन बोला तुम्हें मुझे ये बात पहले बतानी थी ताकि मैं कुछ तो कर सकता। निकिता रोते हुए बोली मैने इसलिए नहीं बताई ताकि तुम दुखी होकर कुछ गलत कदम ना उठा लेते। रमन ने कहा कि अब उससे भी ज्यादा दुख हुआ मै क्या करूंगा अब। मै तुम्हारे बिना मर जाऊंगा। वह वहां से गुस्से में उसके पापा के पास गया और बोला ये शादी नहीं होगी। उसके पापा बोले क्या हुआ है। रमन बोला मै निकिता से प्यार करता हु और वो भी मुझसे प्यार करती है। हम एक दूसरे से शादी करना चहते थे तो अपने उसकी शादी किसी ओर लड़के से क्यों करवा रहे हो। उसके पापा बोले मुझे तुम्हारा रिश्ता पसंद नहीं था। इसलिए मैने उसकी शादी किसी ओर लड़के से करवाई। ओर कहा कि अगर तुमने शादी के बीच मै कुछ करा तो तुम अपना हिसाब लगा लेना। रमन ने बिना कुछ सोचे समझे वहां से चला गया और कुछ सोचा। रमन ने अपने दोस्तों से हेल्प ली और मंडप पर आने से पहले उस दूल्हे की जगह खुद बैठ गया। सेहरे के अंदर किसी को रमन पहचान मै नहीं आया पर शादी होने के बाद जब उनकी आशीर्वाद लेने की बारी आई तो उसने शहरा उठा के अपना मुंह दिखा दिया। सभी लोग चौक गए। निकिता जो बहुत दुखी थी वो खुश हो गई। निकिता के पापा ने बोला ये सब क्या है। तुमने हमारी इज्जत मिटी मै मिलवा दी। क्यों किया तुमने ये सब। रमन ने तब बताया कि मैं निकिता से बहुत प्यार करता हु और इससे शादी करना चाहता था। परन्तु आप लोगों ने इसे नहीं होने दिया था इसलिए मैने ऐसा किया। निकिता के पापा ने उसको मारने की धमकी दी। इसके ऊपर निकिता ने भी रमन के लिए प्यार दिखाते हुए क्या की इसको मारने से पहले मुझे मारना होगा।तब उसके पापा ने निकिता को समझाया परन्तु निकिता अपनी जिद पर रुकी हुई थी। वह रमन से बहुत प्यार करती थी। ओर उसके बाद उसकी मम्मी ने कहा कि हमारी एक ही बेटी है हमे इसकी खुशी को नहीं मारना चाहिए। ओर यह बात निकिता का पापा भी समझ गया ओर खुशी खुशी रमन को अपना दामाद अपना लिया। इसके बाद शादी के बाद की सभी रस्में खुशी खुशी करी। रमन के कोई माता पिता नहीं थे तो रमन शहर मे ही निकिता के साथ रहने लगा। उनका वैवाहिक जीवन बहुत अच्छा चल रहा था। कुछ साल बाद उनके एक लड़का हुआ किसका नाम उन्होंने विकास रखा। सब कुछ अच्छा चल रहा था। ओर एक दिन जब रमन अपने बेटे विकास को स्कूल के लिए छोड़ने जा रहा था तो रस्ते में उनका एक्सीडेंट हो गया। उस हादसे में विकास की मौत हो गई और रमन को भी बहुत ज्यादा चोट लगी। विकास की मौत के बाद घर पर बहुत दुखी सा माहौल था। ओर थोड़े दिन बाद रमन को दिल की बीमारी हो गई और डॉक्टर ने इलाज के लिए एक करोड़ रुपए मांगे। परन्तु रमन ओर निकिता जा पास इतने पैसे नहीं थे तो निकिता ने अपनी किडनी बेच दी और रमन का इलाज करवाया। रमन के ठीक होने के बाद निकिता को किडनी बेचने के बाद समस्या होने लगी जिससे निकिता बहुत ज्यादा बीमार हो गई और कुछ समय बाद निकिता की मौत हो गई। यह सदमा रमन सहन ना कर सका और हॉस्पिटल में एडमिट करना पड़ा। थोड़ी दिन बाद रमन की भी मौत हो गई जिससे धीरे धीरे एक हादसे के कारण एक सुखी परिवार बर्बाद होगया।