कहा जाता है की ज्ञान कहीं से भी मिले उसे ले लेना चाहिए। क्योंकि जिंदगी में सिर्फ वही व्यक्ति आगे बढ़ते है जो निरंतर सीखते है। इसीलिए अगर हमें भी अपने जीवन में तरक्की करनी है तो हमें भी जीवन में निरंतर कुछ ना कुछ सीखना चाहिए। इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए आज मै आपको शेयर मार्केट के ऐसे नियम के बारे में बताऊंगा जिसको आप अपने जीवन के हर क्षेत्र में प्रयोग कर सकते है। और जिसके प्रयोग से आप अपने जीवन में हर प्रकार के नुक्सान से बच सकते है। इस नियम को शेयर मार्केट में stop loss के नियम से जाना जाता है। आइये आज हम आपको बताते है की कैसे इस शेयर मार्केट के नियम को अपनी जिंदगी में उतार कर अपना जीवन बदल सकते है। और पहले से ज्यादा कामयाब हो सकते है।
क्या होता है stop loss का नियम –
Stop loss नियम शेयर मार्केट का एक बहुत ही कारगर नियम है। यह नियम इसीलिए अपनाया जाता है की हमें बहुत ज्यादा नुक्सान ना हो। इसको हम दूसरी तरह से समझते है। ज़ब हम किसी शेयर को खरीदते है तो हम उस शेयर में एक कीमत पर stop loss लगा देते है ताकि शेयर इससे ज्यादा निचे जाए तो अपने आप बिक जाए। जैसे अगर हम 50 रूपये का शेयर खरीदते है और 40 पर stop loss लगाते है तो ज़ब यह शेयर 40 पर आएगा तो अपने आप बिक जाएगा। जिससे हम बहुत ज्यादा नुकसान से बच जाएंगे।
अब इसी प्रकार अगर इसी नियम को हम अपने जीवन में अपनाते है तो हम बहुत ज्यादा खुश रह सकते है। अब मै आपको बताता हूँ की यह नियम कैसे अपने जीवन में अपनाये। हम सबको पता है की अगर हमें जीवन में खुश रहना है अपने विचारों पर काबू पाना जरूरी है। इसके अलावा हमारे विचार कैसे है ये भी बहुत जरूरी होता है।
विचारों का आना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है इनको हम रोक नहीं सकते। परन्तु बहुत से लोग लगातार नकारात्मक विचार आने के कारण बहुत डिप्रेस्ड हो जाते है। और वो इन विचारों को अपने दिमाग़ में आने से नहीं रोक पाते। बस यही पर वो लोग इस stop loss के नियम का प्रयोग कर सकते है।
जिस प्रकार share market में हम अपने share के price पर stop loss लगा देते है की इससे निचे अगर share का मूल्य इतने मूल्य पर आया तो वह अपने आप बिक जाएगा। इसी प्रकार ज़ब भी आपके दिमाग़ में लगातार गलत विचार आ रहे हो तो आप अपने विचारों पर stop loss लगा दे।
अगर नहीं समझे तो मै समझाता हूँ। अगर आप लगातार नकारात्मक विचारों से परेशान हो तो आप सारा दिन में एक समय नियत करें जिस समय आपको सारे नकारात्मक विचारों के बारे में सोचना है। अगर बाकि समय में ये विचार आये तो उन विचारों को कहे की अभी नहीं। तुम्हारे बारे में सोचने के लिए मैंने समय नियत किया हुआ है इसीलिए तुम अपने नियत समय पर ही आना। जिससे आप इन विचारों से बच सकते हो।
दोस्तों विचार अच्छे हो या बुरे। ये एक chain बनाकर हमारे दिमाग़ में आते है। इसीलिए अगर हम इन विचारों की chain को तोड़ देते है तो हम इनको अपने दिमाग़ से निकाल सकते है। परन्तु इसके लिए हमको अपने आप के साथ ईमानदार होना पड़ेगा। आपको उन विचारों के लिए एक समय नियत करना पड़ेगा। चाहे वह समय आधा घंटा हो या एक घंटा। ऐसा करने से आपके दिमाग़ पर अनआवश्यक बोझ नहीं पड़ेगा। और आप संतुलित रह सकते हो।
दोस्तों यह नियम बहुत से कामयाब लोग अपने जीवन में अपनाते है। क्योंकि लगातार और नकारात्मक विचार हर किसी के दिमाग़ में आते है परन्तु कामयाब वही कहलाते है जो इनसे निपटना जानते। इसीलिए अगर आप यह नियम अपने जीवन में अपनाते है तो आप भी अपने जीवन में इन नकारात्मक विचारों से दूर रह सकते हो और सदा खुश रह सकते हो।