“Eat That Frog” by Brian Tracy: टाइम मैनेजमेंट की वो ट्रिक्स जो आपको प्रोडक्टिविटी को ‘टाइगर’ बना देंगी

ब्रायन ट्रेसी की किताब “Eat That Frog” एक ऐसी गाइड है जो आपकी प्रोडक्टिविटी को रॉकेट की स्पीड दे सकती है। यह किताब सिखाती है कि कैसे “मेढक खाने” (सबसे मुश्किल काम को पहले करने) की आदत आपको टाइम मैनेजमेंट का मास्टर बना सकती है। चलिए, जानते हैं इस किताब के वो 5 कम-चर्चित ट्रिक्स और सिद्धांत जो आपकी जिंदगी बदल देंगे!

1. “मेढक” को पहचानें,सबसे बड़े इम्पैक्ट वाले काम की पहचान  –
ब्रायन ट्रेसी के मुताबिक, आपका “मेढक” वह काम है जो आपके जीवन या करियर में सबसे ज़्यादा बदलाव ला सकता है, लेकिन आप उसे टालते रहते हैं। यह काम अक्सर डरावना या बोरिंग लगता है, जैसे कोई बड़ा प्रोजेक्ट शुरू करना या डिजिटल डिटॉक्स करना । 

“Eat that frog”

कैसे करें –
रोज़ रात को सोने से पहले अगले दिन के टॉप-3 काम लिखें। इनमें से सबसे “बदसूरत मेढक” (सबसे मुश्किल काम) चुनें और उसे सुबह सबसे पहले करें। 
  टिप –  अगर ऐसी दो मेढक (दो मुश्किल काम) हैं, तो सबसे बड़े वाले को पहले खाएं । 

2. “क्रिएटिव प्रोक्रास्टिनेशन”: टालें, लेकिन स्मार्ट तरीके से
हाँ, आपने सही पढ़ा! ट्रेसी कहते हैं कि “क्रिएटिव प्रोक्रास्टिनेशन” (रचनात्मक टालमटोल) एक स्किल है। इसमें आप छोटे-मोटे कामों को टालकर बड़े लक्ष्यों पर फोकस करते हैं । 
उदाहरण – अगर आपका लक्ष्य ब्लॉग लिखना है, तो ईमेल चेक करने या सोशल मीडिया स्क्रॉल करने को टाल दें। 

कैसे करें – 
  ABCDE मेथड अपनाएं: कामों को A (सबसे ज़रूरी) से E (निरर्थक) में कैटेगराइज़ करें। सिर्फ A और B काम करें, बाकी को डिलीट या डेलीगेट कर दें । 

3. “ज़ीगार्निक इफेक्ट” का फायदा उठाएं: अधूरे काम दिमाग पर बोझ न बनने दें
साइकोलॉजी के मुताबिक, इंसान का दिमाग अधूरे कामों को याद रखता है इसे ज़ीगार्निक इफेक्ट कहते है । इसीलिए सुबह सबसे पहले मेढक खाने से आपका दिमाग फ्री हो जाता है और बाकी दिन के काम आसान लगते हैं । 

कैसे करें –
सुबह की शुरुआत 90 मिनट के डीप वर्क सेशन से करें। इस दौरान सिर्फ अपने मुख्य कार्य (मेंढक) पर फोकस करें । 
 टेक्नोलॉजी का सहारा लें – टाइम ट्रैकिंग ऐप्स (जैसे Clockify) से पता लगाएं कि आपका कीमती समय कहाँ बर्बाद हो रहा है । 

4. “लॉ ऑफ़ फोर्स्ड एफिशिएंसी”: समय की कमी को अपना सुपरपावर बनाएं 
यह सिद्धांत कहता है: “समय कम है, इसलिए सिर्फ ज़रूरी काम करो।” जब आपके पास समय कम होता है, तो आप ऑटोमैटिकली प्राथमिकताएं तय कर लेते हैं। ट्रेसी कहते हैं—ऐसा रोज़ करें! 

कैसे करें –
 10/90 नियम –                                                        दिन की प्लानिंग में सिर्फ 10 मिनट लगाएं। यह आपके 90% समय को सेव करेगा । 
  सेल्फ-इम्पोज़्ड डेडलाइन: खुद से कहें, “अगर मुझे कल छुट्टी पर जाना है, तो आज यह काम पूरा करना ही होगा।”  

5. “सिंगल-हैंडलिंग”: मल्टीटास्किंग का भ्रम छोड़ें
ट्रेसी बताते हैं कि मल्टीटास्किंग प्रोडक्टिविटी को 40% तक कम कर देती है। इसकी जगह “सिंगल-हैंडलिंग” (एक समय में एक काम) अपनाएं । 

कैसे करें – टाइम ब्लॉकिंग: दिन को 2-3 घंटे के ब्लॉक्स में बाँटें। हर ब्लॉक में सिर्फ एक काम करें। 
डिस्ट्रक्शन-फ्री ज़ोन बनाएं: नोटिफिकेशन बंद करें और “डू नॉट डिस्टर्ब” मोड चालू करें । 

बोनस –  कुछ जबरदस्त ट्रिक्स जो आपको सुपरहीरो बना देंगी
1. “पेन-प्लेजर प्रिंसिपल” का इस्तेमाल: मुश्किल काम (मेढक) को पहले झेल लें, ताकि बाकी दिन आनंदमय हो।

2. “लॉ ऑफ़ थ्री”: रोज़ सिर्फ 3 मुख्य काम करें। ये 90% रिजल्ट देंगे । ये आपकी प्रोडक्टिविटी को बढ़ा देगा।

3. “एनर्जी मैनेजमेंट”: अपने एनर्जी पीक टाइम (जैसे सुबह 7-10 बजे) में अपना सबसे मुश्किल कार्य करें । और काम टालने की आदत छोड़े।

निष्कर्ष: मेढक खाइए, स्ट्रेस भगाइए!
“Eat That Frog” सिर्फ एक किताब नहीं, बल्कि जीवन जीने का फिलॉसफी है। अगर आप रोज़ सुबह अपने “मेढक” को खाने की आदत डाल लें, तो स्ट्रेस कम होगा, एनर्जी बढ़ेगी, और आप खुद को टाइम का मालिक पाएंगे। याद रखिए – “जो आज कर सकते हैं, उसे कल के लिये न टालें… क्योंकि कल एक और मेढक इंतज़ार कर रहा होगा!

यह ब्लॉग ब्रायन ट्रेसी की शानदार किताब “Eat that frog” पर आधारित है।

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